Last Updated :07:40 PM
मुंबई :पीटीआई :बुधवार को किये गए फिच रेटिंग के अनुमान के मुताबिक अगले साल भारत की इकॉनमी डबल रफ़्तार से आगे बढ़ सकती है। फिच के अनुसार वित्तीय साल 2021-22 मे GDP ग्रोथ 9.5 फीसदी रहने का अनुमान है। इस साल 2020-21 मे कोरोना महामारी और लॉक डाउन के कारन भारत अर्थव्यवस्था अच्छी गति से आगे बढ़ नहीं पायेगी इसके कारन इस साल भारत का GDP गवथ नेगेटिव रहेगा।
ग्रोथ रेट मे आ सकती है 5 फीसदी की कमी :
- फिच रेटिंग के रिपोर्ट के मुताबिक भारत का आगे का ग्रोथ फाइनेंसियल सेक्टर के हालत पर निर्भर करता है हालत अगर सुधर जाते है तो ग्रोथ रेट मे तेजी आ सकती है।
- लेकिन इस समय की हालत देकते हुए ग्रोथ रेट मे 5 फीसदी की कमी आने की संभावना जताई गयी है।
- फिच ने अपने रिपोर्ट मे आगे कहा की कोरोना महामारी के कारन भारत का ग्रोथ आउटलुक काफी कमजोर रहा है इसमे अब कर्जा का बोझा भी बढ़ रहा है।
- लेकिन अगर फाइनेंसियल सेक्टर को और बिगड़ने से बचाया जाता है तो हालत जल्द बदल सकते है।
पिछले 2 महीने पूरी तरह बंद थे कारोबार :
- भारत मे कोरोना संक्रमण कम करने के लिए 25 मार्च को लॉक डाउन लगा दिया गया था।
- उसे बाद करीब 60 दिन के लोए सभी कारोबार और आर्थिक गतिविधिया बंद पद गई थी।
- इस समय भी कोरोना महामारी का खतरा बना हुआ है लेकिन इसके बावजूद अब सभी कारोबार शुरू किये जा चुके है और लॉक डाउन को भी हटा दिया गया है।
फाइनेंसियल सेक्टर को उभरने के लिए किये गए उपाय :
- इस कठिन समय भारतीय अर्थव्यवस्था और फाइनेंसियल सेक्टर को सहारा देने के लिए केंद्र सरकार ने कई तरह के राहत का एलान किया है।
- इसके आलावा RBI ने भी बाजार मे नगदी कायम रखने के लिए लॉंन्ग टर्म रेपो ऑपरेशन को चलाया था बैंको और NBFC के मदत के लिए आर्थिक पैकेज भी जाहिर किया गया था.
- इसके लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का एलान भी किया गया था।
- इन सभी उपायों के बाद भी इस साल भारत की ग्रोथ नेगेटिव ही रहेगी।
- लेकिन अच्छी बाय ये है की अगले साल यही विकास दर दोगुने दर से आगे बढ़ेगी।
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