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NPS या फिर EPF रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए कहा करना चाहिए निवेश जानिए कहा होगा आपको ज्यादा लाभ

रिटायरमेंट के बाद आराम से रहने के लिए निवेश का प्लान बोहोत सारे लोग बनाते है लेकिन उसमे से बोहोत कम लोग अपने फण्ड को सही जगह निवेश कर पाते है आपको बता दे की जितना जरुरी निवेश करना होता है उतना ही ज्यादा जरुरी सही निवेश स्कीम चुनना भी होता है अगर आपने सही जगह निवेश किये तो आप उससे ज्यादा लाभ प्राप्त कर सकते है। अगर आप NPS मे निवेश करने की सोच रहे है तो लम्बे समय तक आप इससे अच्छी रिटर्न प्राप्त कर सकते है लेकिन इसी समय EPF के जरिये भी आप अच्छी और NPS से सुरक्षित रिटर्न जुटा सकते है।



    नेशनल पेंशन सिस्टम :(NPS )

    • NPS जो की रिटायरमेंट प्लानिंग निवेश का सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। 
    • NPS मे आपके निवेश किये पैसे इक्विटी ,कॉर्पोरेट डेब्ट और सरकारी बॉन्ड्स मे लगाया जाता है। 
    • आप इन तीनो विकल्प को आपके अनुसार चुन सकते है NPS लम्बे समय मे आपको अच्छी रिटर्न दे सकते है जिसका प्रमुख कारन इसमे आपका पैसा इक्विटी मे निवेश किया जाता है। 
    • हलाकि  NPS मे आपकी रिटर्न फिक्स नहीं हो सकती है आपकी रिटर्न बाजार के उतार चढाव पर निर्भर करेगी। 
    • NPS मे आपको हर महीने कुछ राशि निवेश करनी होती है आपको इस राशि पर टैक्स लाभ भी मिलता है। 

    एम्प्लोयी प्रोविडेंट स्कीम :(EPFO )

    • EPFO जो की संगठित क्षेत्र मे काम करने वाले लोगो के रिटायरमेंट जीवन को सुरक्षित करने के लिए शुरू की गयी योजना है। 
    • EPFO को पूरी तरह भारत सरकार डरा नियंत्रित किया जाता है। 
    • संगठित क्षेत्र मे काम करने वाले लोगो के वेतन से हर महीने कुछ हिस्सा इस EPF खाते पर डाला जाता है ,
    • EPF मे जमा हुई इस राशि पर सरकार की तरफ से सालाना ब्याज दिया जाता है। 

    NPS और EPF कितने अलग है निवेश :


    निवेश अनिवार्यता :
    • EPF मे 15 हजार से कम वेतन होने वाले कर्मचारी को EPF निवेश अनिवार्य होता है हलाकि बाकि लोग भी VPF विकल्प के जरिये निवेश कर सकते है। 
    • इसी समय NPS मे कोई भी आदमी निवेश कर सकता है और पूरी तरह से ऐच्छिक है। 
    योगदान :
    • EPF मे आपकी कंपनी और आपके बेसिक सैलरी के 12 12 फीसदी की राशि EPF खाते मे जमा की जाती है EPF मे खातेधारक को अपने तरफ से कुछ अलग नहीं करना पड़ता है। 
    • NPS खाता कोई भी आदमी खोल सकता है और अपनी निवेश की राशि चुनकर NPS खाते मे उस राशि को सालाना जमा कर सकता है हलाकि NPS टियर 1 मे कम से कम 500 और टियर 2 खाते मे सालाना 1 हजार का निवेश करना अनिवार्य है। 
    मचोरिटी निकासी :
    • EPF मे EPF खातेधारक की 58 साल उम्र पुरे होने पर EPF से पुरे पैसे निकल सकता है। 
    • लेकिन NPS मे खातेदाहरक के 60 साल पुरे होने के बाद उसके कुल राशि के 60 फीसदी की राशि एक मुश्त निकलने का विकल्प होता है इसी समय बाकि के 40 फीसदी के राशि से एन्युटी प्लान खरीदना पड़ता है जिसमे 60 साल बाद पेंशन मिलती है। 
    मचोरिटी के पहले निकासी :
    • EPF मे मचोरिटी के समय के पहले आप एम्प्लॉयर की राशि को निकल सकते है जिसमे आप बीमारी ,घर का काम ,बच्चो की शिक्षा का कारन दे सकते है जॉब छोड़ने के बाद भी आप EPF की पूरी राशि को निकल सकते है। 
    • इसी समय NPS मे आपके निवेश के 10 साल पुरे होने के बाद ही आप आपके फण्ड के 25 फीसदी तक की राशि को निकल सकते है। 
    टैक्स लाभ :
    • EPF मे आपके निवेश पर मिलने वाला ब्याज पूरी तरह से टैक्स  फ्री होता है इसी समय खाते से 1 लाख 50 हजार तक के निकासी पर भी कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है। 
    • NPS मे भी आपको सेक्शन 80 C के तहत 1 लाख 50 हजार तक की राशि पर टैक्स लाभ मिलता है इसके आलावा सेक्शन 80 CCD 1(B) के तहत अतरिक्त 50 हजार तक का टैक्स लाभ भी मिल जाता है। 
    कहा करना चाहिए निवेश ?
    • इन दोनों मे निवेश करने के पहले आपको आपके निवेश की जरूरते और रिस्क को ध्यान मे रखना चाहिए
    • अगर आपकी सालाना इनकम 50 ज्यादा है और आप रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग कर रहे है तो आपको NPS एक अच्छा विकल्प रहेगा इसका कारन आपको इसमे ज्यादा टैक्स लाभ मिलेंगे। 
    • इसी समय अगर आप कम रिस्क मे अच्छी रिटर्न  लेना चाहते है तो EPF एक सबसे अच्छा विकल्प है जिसमे आपका पैसा सरकारी बॉन्ड लगता है और आपको इ फिक्स्ड रिटर्न की गारंटी देता है।  .

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