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कॉमर्शियल पेपर क्या होता है और इसमे कैसे करे निवेश जानिए पूरी जानकारी

कॉमर्शियल पेपर निवेश का एक लोकप्रिय प्रकार है ये एक Money Market Instrument है जिसे शार्ट फॉर्म CP न,ऍम से भी जाना जाता है। CP निवेश एक कम रिस्क वाला निवेश माना जाता है जिसमे ज्यादातर म्यूच्यूअल फण्ड हाउस छोटे समय के लिए इस Short-Term Debit Instrument  मे निवेश करते है। अगर आप भी इन कॉमर्शियल पेपर मे निवेश करना चाहते है  तो सबसे पहले इसके बारे मे जानना इसकी खास बाते और निवेश करने के बारे मे जानना जरुरी होगा। 



कॉमर्शियल पेपर क्या होते है ?

  • कॉमर्शियल पेपर को शार्ट फॉर्म मे CP कहा जाता है जो की एक Unsecured Money Market Instrument निवेश प्रकार है। 
  • यह Unsecured Debt Instrument 7 दिन से लेकर 1 साल के समय के लिए कोई भी Institution फण्ड जमा करने के लिए इशू करा सकता है। 
  • यह इंस्ट्रूमेंट सबसे पहले 1990 मे Promissory Note के तौर पर इशू किया गया था। 
  • किसी कंपनी को तुरंत छोटे समय के लिए लोन कॅश की जरुरत हो तो कंपनी Promissory Note के जरिये लोन आवेदन करेगी और उसके बदले एक तय % पर रिटर्न देगी इस note मे इसी के बारे मे प्रॉमिस किया जाता है। 
  • इस निवेश प्रकार के जरिये एक तय रिटर्न तय समय मे निवेशक को मिलती है हलाकि यह जोखिम भरा निवेश माना जाता है। 
  • यह जोखिम जिस कंपनी ने इस CP को इशू किया है उस कंपनी के लोकप्रियता पर निर्भर करती है। 

कोण जारी कर सकता है कॉमर्शियल पेपर ?

  • CP जारी करने के लिए RBI ने नियम जारी किये है जिसके अनुसार सभी आर्थिक संस्थाए ,कम्पनिया छोटे समय के लिए CP को जारी कर सकती है। 
  • RBI के नियमो के मुताबिक सभी पत्र कंपनियों को CP जारी करने के लिए CRISIL या फिर अन्य मान्यता प्राप्त रेटिंग एजेंसी के जरिये रेटिंग मूल्याँकन करना जरुरी है और वो रेटिंग कम से कम A-2 होना जरुरी है। 
  • इसी समय कंपनी की सबसे नए बैलेंस  शिट के अनुसार नेट वर्थ 4 करोड़ से कम नहीं होनी चाहिए। 

कॉमर्शियल पेपर की खास बातें :

  • CP  कोई भी मान्यताप्राप्त कम्पनी अपने नकदी जरुरत को पूरा करने के लिए जारी करती है। 
  • यह पेपर निवेश 7 दिन से लेकर 1 साल तक के मचोरिटी समय का हो सकता है। 
  • ज्यादा से ज्यादा 1 साल का यह निवेश छोटे समय का निवेश कहा जाता है। 
  • इस CP आप सीधे जारी करने वाले कंपनी को या फिर किसी दूसरे निवेशक को शेयर बाजार मे सीधे बेच सकते है। 
  • एक फिक्स्ड निवेश विकल्प होने से इसके जरिये आप तय समय मे तय दर से रिटर्न प्राप्त कर सकते है। 
  • CP निवेश एक असुरक्षित निवेश माना जाता है। 

CP निवेश के लाभ :

  • कंपनी के लिए छोटे समय के कॅश की जरुरत पूरा करने के लिए बैंक लोन के बजाये CP जारी करना आसान और ज्यादा सस्ता होता है। 
  • निवेशक CP इंस्ट्रूमेंट खरीदकर अपने जरुरत के हिसाब से मचोरिटी समय चुन सकता है। 
  • निवेशक कॉमर्शियल पेपर मे निवेश करके अपने निवेश होल्डिंग को और मजबूत और बैलेंस बना सकता है। 
  • कम्पनी CP को जारी करके उसके जरिये प्रोडक्शन बढाकर काफी पैसे बचा सकती है। 

कौन कर सकता है कमर्शियल पेपर मे निवेश ?

  • कमर्शियल पेपर निवेश शेयर  बाजार जैसे ही कोई भी कर सकता है। 
  • इसमे कोई एक व्यक्ति ,NRI ,कंपनी ,विदेशी निवेशक निवेश कर सकते है। 
  • इसमे विदेशी निवेशको के लिए सेबी की तरफ एक तय लिमिट रक्खा हुआ है। 

क्या आपको करना चाहिए निवेश ?

  • कमर्शियल पेपर छोटे समय के लिए और एक तय रिटर्न पाने के लिए निवेश किया जा सकता है। 
  • इसके जरिये आप आपके निवेश होल्डिंग मे विविधता ला सकते है। 
  • हलाकि यह निवेश विकल्प  जोखिम भरा माना जाता है इसके लिए  बड़े ब्रांड वाले अच्छे कम्पनी के CP निवेश करने की सलाह दी जाती है। 
  • अगर आप जोखिम नहीं लेना चाहते है तो इससे अच्छा Fixed Deposit जैसे विकल्प मे निवेश कर सकते है। 
  •  काई सारे Short Term Debt म्यूच्यूअल फण्ड CP निवेश  करते है ऐसे मे आप सीधे निवेश के बजाये इन म्यूच्यूअल फण्ड मे आपका पैसा  लगा सकते है। 

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